शनि देवा पधारो मेरे घर मा,
शनि देवा करू सेवा शनि देवा जी भगतो की लाज रखना,
सूरज पिता है तेरी माता छाया,
सब से निराले स्वामी शाम वर्ण पाया,
माया न्यारी तेरी सब प्यारे तेरे,
नाये करता समउ इक विनती मेरी,
जो चरणों में आये उसकी पीड़ हरना,
शनि देवा करू सेवा शनि देवा जी भगतो की लाज रखना,
सब की है एक तेरी नो नो सवारी,
सारे जहां में बस तुम नो उपारि,
लक्ष्मी गाती रहे धुप ध्याति रहे तेरे चरणों में शीश को झुकाती रहे,
आके सिर पे बिसारियो के हाथ रखना,
शनि देवा करू सेवा शनि देवा जी भगतो की लाज रखना,