अवध में दर्शन पाना है राम मंदिर बन बाना है,
मुकट बनाना है लाल मोती जडवाना है,
अवध में नाच के गाना है राम मंदिर बनवाना है,
राम राज का सारा सुख कलयुग में लाना है,
हिन्द का कोना कोना में भगवा लहराना है,
अवध में कीर्तन गाना है राम मंदिर बनवाना है,
पावन याहा की माटी माथे पे लागना है,
सोया सारे जन्म जन्म के भाग जगाना है,
अवध में धुनि रमाना है राम मंदिर बनवाना है,
राम लखन संग सिया दुलारी देख जुड़ना है,म
बैठ के हम मत जैसे चरण में अलख जगाना है,
अवध में अलख जगाना है राम मंदिर बनवाना है,