डमरू वाले बाबा भोले तेरी शरण में आये है,
तेरी शरण में आये है तेरी शरण में आये है,
पहने है सर्प की माला गले में प्रेत घन नाच रहे है मज मे,
इक मृग शाल के वस्त्र है पहने तन पे भस्म रमाये है,
डमरू वाले बाबा भोले तेरी शरण में आये है,
चंदा चमक रहा है सिर पे गंगा निकल रही है जटा से,
तांडव करने लगे है बाबा देव गन पुष्प चढ़ाये है,
डमरू वाले बाबा भोले तेरी शरण में आये है,