ला कर गंगा जल शिव भोले को नेहलायेगे,
चल कांवड़ियाँ चल भोले की कावड़ लाये गे,
कावड़ियों की बन गई टोली इक वेश इक ही बोली,
मिल कर हर हर महादेव शिव शम्भू गायेगे,
चल कांवड़ियाँ चल भोले की कावड़ लाये गे,
अपने हो या हो बेगाने शंकर के है सब दीवाने,
बम भोले के जैकारो का शोर मचाएंगे,
चल कांवड़ियाँ चल भोले की कावड़ लाये गे,
केवल शिव का नाम पुकारे भव सागर से पार उतारे,
धीरज से सुन कावड़िये सब नाचे गाये गे,
चल कांवड़ियाँ चल भोले की कावड़ लाये गे,