बता दो कन्हैया क्या खता है हमारी,
अपना लो या ठुकरा दो मर्जी तुम्हारी,
मुझे अपने दर पे भूलते नहीं हो,
कभी मेरे सपने में आते नहीं हो,
तेरे दर्श को अखियां रो रो के हारी,
बता दो कन्हैया क्या खता है हमारी,
बिना तेरे कोई ना मेरा यह,
बता दो कन्हियाँ मैं जाऊ कहा,
चुप क्यों हु बोलो बोलो मुरारी,
बता दो कन्हैया क्या खता है हमारी,
भीम सेन को तो भरोसा तेरा,
पकड़े गा इक दिन तुहि हाथ मेरा,
मतलब की देखि मैंने ये दुनिया दारी
बता दो कन्हैया क्या खता है हमारी,