हो हो हो हरी मैं तेरी दास हो गई,
दास हो गई मैं तेरे पास हो गई,
हो हो हो हरी मैं तेरी दास हो गई,
तू है ठाकुर तो मैं हु पुजारी,
तू है दाता तो मैं हु भिखारी,
मेरी झोली तो भर मुझको किस का है डर,
हो हो हो हरी मैं तेरी दास हो गई,
तू है चंदा तो मैं हु चकोरी,
तू है फूल तो मैं खुशबू तेरी,
मुखड़ा देखु तेरा चंचल मन हो मेरा,
हो हो हो हरी मैं तेरी दास हो गई,
तू है सागर तो मैं लेहर तेरी,
कैसे डूबे गी अब नैया मेरी,
श्याम जल्दी से आ आके पार लगा,
हो हो हो हरी मैं तेरी दास हो गई,
तू है सूरज तो मैं किरण तेरी,
अब प्रीत निभेगी तेरी मेरी,
तू मुझमे समा मैं तुझमे समा,
हो हो हो हरी मैं तेरी दास हो गई,