शायद वो आ जाए दरवाजा खुला रखना,
होठों पे दुआ रखना राहों में नजर रखना,
शायद वो आ जाए दरवाजा खुला रखना
यहा जोर नहीं चलता मर्जी के मालिक हैं,
मिन्नत ही किए जाना फरियाद किए जाना
होठो पे दुआ रखना....
हो जाए कभी करुणा तशरीफ़ वो ले आए,
चरणों से लिपट रहना अशको से धो देना,
होठो पे दुआ रखना ...
शर्माना ना अपने हैं आवाज दिए जाना,
आंगन को सजा रखना फरियाद किए जाना
होठो पे दुआ रखना......