बाबा मेरी बिगड़ी बना जाइये,
मैं सु तेरा बालक को न मुझे तू अजमाइये,
देख के तेरी सूरत प्यारी मैं तो तेरा हो गया,
ना मिले ते ले दे तेरी चौकठ पे सो गया,
मैंने आके इक पे जगा दिये
मैं सु तेरा बालक को न मुझे तू अजमाइये,
रंग बिरंगे फूलो से घर सजा है तेरा प्यारा,
जिस ने भी पूछे वो बोले तुझे हारे का सहारा,
मेरे बिगड़े काम बना दिये ,
मैं सु तेरा बालक को न मुझे तू अजमाइये,
लिख लिख तेरी महिमा ने गावे उत्तम छोकर,
गुरु मात पिता की जिंगदी में न लगने दियो ठोकर,
विकास चौदरी न गबराये,
मैं सु तेरा बालक को न मुझे तू अजमाइये,