तेरा रज रज शुक्र मनावा मैया जी तेरी वारि जावा तेरे बलिहारी जावा,
शेरावाली माता मेरी बिगड़ी गल बना दे,
दुनिया दा हर रंग भूल जावा अपना रंग चढ़ा दे ,
नित नवियाँ भेटा बनावा तेरा रज रज शुक्र मनावा,
मैं तेरे भगता कोलो ग्वावा तेरा रज रज शुक्र मनावा,
तेरा रज रज शुक्र मनावा मैया जी तेरी वारि जावा तेरे बलिहारी जावा,
तेरी पूरी किरपा माये कोई थोड़ नहीं है साहनु,
कोई आवे कोई लोड नहीं है साहनु,
किसे समने मैं हथ क्यों फैलावा,
मैं ते तेरा दिता खावा ,
मैया जी तेरी वारि जावा तेरे बलिहारी जावा,
वांग ध्यानु महारानी मैं पैरी घुंगरू पा के ,
तारा रुक्मण वांगु नचा दर्शन तेरा पा के,
मैं शीश कट के तली ते टिकावा,
तेरे दर दी खाख हो जावा,
मैया जी तेरी वारि जावा तेरे बलिहारी जावा,