माँ की चुनरियाँ माँ की चुनरियाँ,
ओड चुनरियाँ मैया दर से दिखाना,
दर से दिखा के मेरे भाग जगाना,
माँ की चुनरियाँ माँ की चुनरियाँ,
लाल चुनरियाँ तेरी भरमा ने बनाई है,
चाँद सितारों की झालर लगाई है,
विष्णु ने रंगवाई फूलो संग महकाई,
देख देख थकता न इस को जमाना,
माँ की चुनरियाँ माँ की चुनरियाँ,
लाल चुनरियाँ माँ के मन को है भाति,
जो भी चढ़ाये उस पे किरपा बरसाती,
वर देती वर दाती दुःख हरे जग दाती,
चरणों में जो भी करे इस के ठिकाना,
माँ की चुनरियाँ माँ की चुनरियाँ,
चुनरी मैया की ममता की है निशानी,
यु ही नहीं है इस की दुनिया दीवानी,
कोई न इस का सांई आधी शक्ति महारानी,
गा गा के महिमा सब को हर्ष सुनाना,
माँ की चुनरियाँ माँ की चुनरियाँ,