आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं - २
तुझे रो रो पुकारे मेरे नैन - २
तुझे तेरे लाल बुलाते हैं....
आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं - २ ॥
आँखों के आंसू सूख चुके माँ, अब तू दरश दिखा दे,
कब से खड़ा माँ दर पे तेरे, मन की तू प्यास बुझा दे ।
तेरी लीला निराली मेरी माँ, तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ।
आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ॥
बीच भंवर में नईया पड़ी माँ, आकर तू पार लगादे,
तेरे सिवा माँ कोई नहीं है, आकर तू गले से लगा ले ।
क्यूँ देर लगावे मेरी माँ, तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ।
आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ॥
डूब रहा है सुख का सूरज, गम की बदरिया है छाई ,
उजड़ गयी बगिया जीवन की, मन की कलि मुरझाई ।
करे विनती ये सेवक माँ, तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ।
आ दरश दिखा दे मेरी माँ तुझे तेरे लाल बुलाते हैं ॥
भजन गायक - सौरभ मधुकर
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