अखारी समय में हम करीब हो न हो,
झुंझनू की मिटटी नसीब हो न हो,
जब तक मावड़ी ये सास रहेगी,
थोड़ी सी मिटी मेरे पास रहेगी,
क्या पता झुंझुनू नजदीक हो न हो,
झुंझनू की मिटटी नसीब हो न हो,
अर्थी पे मेरी नहीं फूल चाहिये,
दादी तेरे चरणों की धूल चाहिये,
नाम मेरा भटको में शरीक हो न हो,
झुंझनू की मिटटी नसीब हो न हो,
लाखो लाखो भगतो के पाँव पड़े है,
झुंझनू की मिटी के भाग बड़े है,
क्या पता ये वक़्त मेरा ठीक हो न हो,
झुंझनू की मिटटी नसीब हो न हो,
झुंझनू की मिटटी बड़ी है महान,
वनवारी कण कण गूंजे तेरा नाम,
अगले जन्म में ये गरीब हो न हो,
झुंझनू की मिटटी नसीब हो न हो,