गंगा को करा गंधा जिसने कुल हमारे तारे,
सुनो कौन कौन आया गंगा किनारे,
त्रेता में श्री राम जी आये.
सीता को गंगा से मिलाये,
देख श्री राम चरण गंगा पखारे,
सुनो कौन कौन आया गंगा किनारे,
गंगा यमुना दो बहने प्यारे द्वापर आये कृष्ण मुरारी,
बैठ यमुना तट राधा श्याम को निहारे,
सुनो कौन कौन आया गंगा किनारे,
गंगा तट पंडित जी विराजे,
माथे तिलक गल जनेऊ साजे
अष्ट महाके मुंडन लोक है कराते,
सुनो कौन कौन आया गंगा किनारे,
गंगा तट कावड़ियाँ आये बम बम के जैकारे लगाए
काँधे लेके गंगा जल निकल पड़े है सरे,
सुनो कौन कौन आया गंगा किनारे,
छू के चरण हमे विष्णु बनाये
शीश विराज महादेव कहाये,
लेके जल कमंडल में बने ब्रह्मा सारे
सुनो कौन कौन आया गंगा किनारे