जीवन की डोर तुम से बाँधी है सांवरे,
दर्शन की भीख देदो नैना है वन्वारे
जीवन की डोर तुम से बाँधी है सांवरे,
तेरी ही याद में हो दिन रात जल रहे है
जग की है आस टूटी गिर गिर के चल रहे है
अब तो मुझे बना ले तेरा दास संवारे
जीवन की डोर तुम से बाँधी है सांवरे,
दर पे मैं आया तेरे चरणों में अपने रखना
मैं तो हु पतित पापी करुना की दृष्टि रखना
लेलो शरण में अपनी चित चोर संवारे
जीवन की डोर तुम से बाँधी है सांवरे,