मेरे साईया मैं तेरी हो चुकी आ
दिलो न विसारी मेनू मेरे साईंया दर तेरे ते मैं चुकी आ
मेरे साईया मैं तेरी हो चुकी आ
मेहरा वाले सुन मेरे साईंआ ,
दरश तेरे दी मैं भूखी आ
मेरे साईया मैं तेरी हो चुकी आ
ओ गुण सारे गुण नही कोई
बक्श मेनू मेरे साईं आ
मेरे साईया मैं तेरी हो चुकी आ
मंगदी मुरादा दर दर भटकी दर तेरे तो मैं रची आ
मेरे साईया मैं तेरी हो चुकी आ
दास पुनीत दी लाज रख साईंया
आस तेरे ते मैं रखी आ
मेरे साईया मैं तेरी हो चुकी आ