सारी दुनिया में भजता मेरे भोले का डंका,
वो बैठे बिठाए ध्यान करे अपने भगतो का
तू तीनो का त्रिपुरारी तेरा तांडव अलबेला है,
है नील कंठ महादेव तूने विष का पिया प्याला है,
तू दया वान देदी तूने सोने की लंका
सारी दुनिया में भजता मेरे भोले का डंका,
भोले की मस्ती जिस पे चडी वो दुनिया भूल जाता है
वो जिस पर थोड़ी करे दया वो भक सागर तर जाता है
वो आस करेगा पूरी न रखना शंका
सारी दुनिया में भजता मेरे भोले का डंका,
भूतो प्रेतों की टोली तेरे आगे पीछे रहती है
श्मशान है भोले घर तेरा तेरे सिर से गंगा बेहती है
तू भाव का भूखा भोले न भूखा धन का
सारी दुनिया में भजता मेरे भोले का डंका,