सत्गुराजी से ध्यान लगा आ...आ...आ...आ
रे मनवा क्यो फिरता विषयो मे वीषयो मे
सभी इंद्रियों को तू सम करले, इष्ट ध्यान हृदय में धरले
वहां पर सुरता आन लगा-आन लगा
गगन मंडल में बाजा बाजे,राग छत्तीसो धुन में गाजे
बंक नाल को तू चढ जा-तू चढ जा
दाता ध्यान एक देकर आसन, प्राणायाम कर दृढ सिंहासन
सुनकर आनंद तू हर्षा-तू हर्षा
अधर धार एक मूरत दरसे,ज्वाला कहे कोई हरिजन परसे
बूंद समंन्द मे तू मिल जा- तू मिल जा
सतगुरा जी से ध्यान लगा रे मनवा क्यों फिरता विषयो में
प्रेषक- नरेंद्र बैरवा (नरसी भगत )
रमेशदास उदासी ग्रुप
गंगापुर सिटी।
Mob no. 8905307813