सीमंधर स्वामी के पास जाना हैं,
संयम लेके, केवल पाके, मोक्ष हमको जाना हैं,
सीमंधर स्वामी के पास जाना हैं ॥
चौरासी लाख जीवयोनी में, अनंतकाल से भटकुं,
चारो गति में मेरे प्रभु, दुःख अपार में पाऊं,
अब तो स्वामी, दया करके, मुक्तिपूरी ले चलो,
सीमंधर स्वामी के पास जाना हैं..
कितने भावो तक भटका फिरा, प्रभु तेरा शासन ना पाया,
पुण्योदय से जैन धरम, इस भव में मैंने हैं पाया,
सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक चरित्र दो,
सीमंधर स्वामी के पास जाना हैं..