अहो राम गुरुवर चरण में तुम्हारे,
स्वीकारो स्वीकारो ये वंदन हमारे
अहो राम गुरुवर चरण में तुम्हारे,
स्वीकारो स्वीकारो ये वंदन हमारे,
हो संयम सुमेरु,कठिनतम क्रियाधर,
बहे दिव्य वाणी,हो जैसे सुधाकर,
प्रतिबोध पाते भविक जीव सारे,
स्वीकारो स्वीकारो ये वंदन हमारे,
अहो राम गुरुवर......
कहीं और देखा ना,अद्भुत अतिशय,
तेरा नाम लेते ही,मिटते सभी भय,
हे भगवन विराजो, हृदय में हमारे,
स्वीकारो स्वीकारो ये वंदन हमारे,
अहो राम गुरुवर...
मन की कटोरी में भावों का चंद,
समर्पण के फूलों से करते हैं पूजन,
"कपिल" दीप श्रद्धा से आरती उतारे,
स्वीकारो स्वीकारो ये वंदन हमारे,
अहो राम गुरुवर........