लाल चुनरिया ओड के मियाँ मेरे घर में अई,
मेरे घर में आके मियाँ ने किरपा बरसाई,
रम गई माँ मेरे रोम रोम में,
सुन्दर सुन्दर फूलो से माँ का दरबार सजाया,
प्यारी प्यारी मियाँ का सिंगार सजाया,
रम गई माँ मेरे रोम रोम में,
हंस पे चडके आई है मेरी पद्वामती मई,
आज तेरे भगतो ने तेरी जगमग जोत जगाई,
रम गई माँ मेरे रोम रोम में..............