छू के मां के चरण श्याम बोले, मैया मेरी भी शादी करा दे।
वह तो गोपी है ब्रिज की निराली, मुझको भाती है बरसाने वाली।
देखने में बड़ा हो गया हूं, तेरे कद से भी लंबा हुवा हूं।
नाप ले या किसी से नपा ले, मैया मेरी भी शादी करा दे।
ना मैं पतला हूं ना हूं मैं मोटा, नाम में लंबा हूं ना हूं मैं छोटा।
मेरे जैसी दुल्हनिया मंगा दे, मैया मेरी भी शादी करा दे।
ढोल ताशे नगाड़े बजेंगे, सारे ग्वाले बराती बनेंगे।
मुझे सुंदर सा दूल्हा बना दे, मैया मेरी भी शादी करा दे।