जब से मिला हूं तुमसे कन्हैया भूल गया हूं दुनियादारी
आंसू भी अच्छे लगते हैं जब से हुई है तुझ संग यारी
देख ली सारी दुनिया परख लिए दुनिया वाले
कोई ना साथ आए चाहे कोई कितना पुकारे
मेरा तो बस एक सहारा तू ही है सांवरे
बस तू ही है सांवरे
तुझे लगी अब आस हमारी
जब से हुई तेरे संग यारी
साथी ना कोई जग में यार ना कोई माने
तेरे सिवा सांवरे भावना कोई ना जाने
जब से थाम हाथ तुम्हारा जाना ये सांवरे
मैंने जाना यह सांवरे
मान गया हर बात तुम्हारी
जब से लगी है तुझ संग यारी
सृष्टि के इस कलयुग में,है केवल नाम अधारा
आज दिनेश दुजाना,ने तेरा नाम पुकारा
नाम ही नैया नाम खेवैया जान गया सांवरे
मैं मान गया सांवरे
सिमरन करती सांसे सारी
जब से हुई है तुझ संग यारी