विश्व पूजित है दादा मेरे राजेंद्र सूरी है नाम
कलयुग के अवतारी गुरुवर दुनिया करे प्रणाम
प्रातः स्मरणीय विश्व वंदनीय हर दिल में तेरा नाम
जिस धरती पर पैर पड़े वो धरती हुई महान
ऐसे मेरे गुरुवर जी, डंडे वाले गुरुवर जी प्यारे प्यारे गुरुवर जी ऐसे मेरे गुरुवर
पोस सुदी सातम के दिन को जन्म एक सितारा
रत्न राजगुरु नाम दिया था मांकेसर का दुलारा
अल्प आयु में संयम पाकर छोड़ दिया संसार
क्या तेरा क्या है ये मेरा जग मुसाफिरखाना
ऐसे मेरे गुरुवर जी
यतीयों को सही मार्ग दिखाकर उनके पथ को सुधार
क्रिर्योंद्वार कर जावरा में गुर्जर देश सवरा
आहोर नगर में आचार्य पदवी संघ में हर्ष उल्लास
प्रभु से बढ़कर कोई नहीं है यह तूने पहचाना
ऐसे मेरे गुरुवर जी