तर्ज - म्हारा खाटु का राजा रे ....
तेरा ध्यान हम तो धरे,
गुरुवर दिल से याद करे,
म्हाने दर्श दिखाजा रे
दादा बेगो बेगो आजा रे
है भरतपुर का राजा रे
दादा बेगो बेगो आजा रे
आ.. आ...ना.....
थारे दर्शन री लागी म्हाने प्यास
गुरुवर भक्ता ने बस थारी आस
आकर नेंणा में समाजा रे
दादा बेगो बेगो आजा रे
था बिन आवे न एक पल चेन
दिलबर याद करे दिन रेन
म्हाने धीर बँधाजा रे
दादा बेगो बेगो आजा रे
✍️ रचनाकार ✍️
दिलीपसिंह सिसोदिया
❤️ दिलबर ❤️
नागदा जक्शन म.प्र.