झंडे वाली मैया तेरी आरती उतारू,
आरती उतारू तुझपे तन मन वारु,
झंडे वाली मैया तेरी आरती.......
हिरदय की थाली में ज्योत जगा के,
भक्ति भाव के पुष्प सजा के,
नेहरो के जल से मैं चरण पहारू,
झंडे वाली मैया तेरी आरती..........
सेवा करू दिन रात तुहारी,
चरण कमल का बनके पुजारी,
पलकों से तेरा मैया आंगन सवारू,
झंडे वाली मैया तेरी आरती.......
तेरे नाम का पी कर प्याला,
बन जाऊ तेरा मत वाला,
तेरी चोकाथ में सारा जीवन गुजारु,
झंडे वाली मैया तेरी आरती......
सांसो की पूंजी तेरे करदू ये अर्पण,
करता रहू तेरे हर पल दर्शन एक पल भी ना माँ तुमको बिसारु,
झंडे वाली मैया तेरी आरती........
इस मजबूर के कस्ट निवारो,
भव सागर से पार उतारो,
तन मन धन तेरे चरणों में वारु,
झंडे वाली मैया तेरी आरती.....