तुम अगर बक्श देने का वादा करो,
मैं सदा आपके गीत गाता रहूँ ।
तुम हमेशा नज़र के रहो सामने,
मैं सदा आपकी दीद पाता रहूँ ॥
तुम चरणों का चाकर बना लो मुझे,
तुम गले से प्रभु गर लगा लो मुझे ।
भूल जाऊँगा सारे ज़माने के गम,
उम्र भर फिर सदा मुस्कुराता रहूँ ॥
मैं द्वारे पे जीवन बिताऊं तेरे,
हर घडी गीत प्यारे मैं गाऊं तेरे ।
ख़तम हो ना प्रभु यह कभी सिलसिला,
तुम बुलाते रहो मैं आता रहूँ ॥
दिल को आजाद कोई भी हसरत नहीं,
अब मुझे भी किसी से मोहौबत नहीं ।
मेरे होंठो पे हरदम तेरा नाम हो,
मैं सदा आपकी ज्योत जगाता रहूँ ॥