आप क्या जानो ए श्याम सुन्दर,
कैसे तुम बिन जिए जा रहें हैं ।
तेरे मिलने की उम्मीद लेकर,
गम के आंसूं पिए जा रहें हैं ॥
ये जुदाई सहेंगे श्याम कब तक,
बिन दर्शन रहेंगे श्याम कब तक ।
दुनिया से हो गए हैं बेगाने,
तेरा नाम लिए जा रहें हैं ॥
आप क्या जानों...
श्याम सुन्दर कहाँ खो गए हो,
इतने बेदर्द क्यों हो गए हो ।
आप की बेवफाई के सदके,
लोग ताने दिए जा रहे हैं ॥
आप क्या जानों...
याद आती है आती रहेगी,
याद तेरी सताती रहेगी ।
जितना जी चाहे तड़पालों हमको,
तेरी पूजा किये जा रहें हैं ॥
आप क्या जानों...
किन गुनाहों की है ये सजाएं,
श्याम सुन्दर हमे कुछ बताएं ।
टुकड़े टुकड़े किया है दिल मेरा,
प्यार तुमसे किये जा रहें हैं ॥
आप क्या जानों...