अपना बनाया है बनाए रखो सांवरे,
चरणों से अपने लगाए रखो सँवारे,
जैसे भी है तेरे है चरणों के दास है,
ठोकरे न मारोगे हमें विश्वास है,
अवगुनु को मेरे छुपाये रखो सँवारे,
चरणों से अपने लगाए रखो सँवारे,
पाप क्या है पुण्य क्या है हमको न ज्ञान है,
पल पल हर घडी आप का ही ध्यान है,
पापो से हम को बच्ये रखो सँवारे,
चरणों से अपने लगाए रखो सँवारे,
तेरे दरबार का नजारा ऐसा बाह गया,
छोड़ सारा रोमी दर तेरे आ गया,
ग्यारस की ग्यारस भुलाये रखो सँवारे,
चरणों से अपने लगाए रखो सँवारे,