वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः
गुरुरेव परंब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः
गणेश शरणम शरणम गणेशा
सिध्धि विनायक शरणम गणेशा
बुधि प्रदायक शरणम गणेशा
गणेश शरणम शरणम गणेशा
मंगल मूर्ति शरणम गणेशा
लंबोदर हे शरणम गणेशा
गणेश शरणम शरणम गणेशा