गणपति आये तुम्हारे द्वार सब देवन के देव तिहारे,
गाओ मिल कर जय जय कार,
मां गौरी के जाये शंकर सुत कहलाते,
भोग लगाये पंथ में सारे शीशा झुकाये बारम्बार,
गणपति आये तुम्हारे द्वार.........
रिद्धि सिद्धि के दाता हर गुण के निर्माता,
घ्यान घरे सब सुर नर मुनि जन,
महिमा गाये अपरम्पार,
गणपति आये तुम्हारे द्वार.........
दान दया का दीजो ज्ञान की भिक्षा दीजो,
द्वार खड़े हम हाथ जोड़ के,
रखियो भगवान हमारी लाज,
गणपति आये तुम्हारे द्वार.........
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