मैं बलहारी सतगुरु तेरे गुरू जी आये साडे वेहड़े,
एहना गुरु नु मैं दिल च वसा लवा नैन खोला ते दर्शन पा लवा,
कट दिंदे ने चौरासी गेहड़े गुरु जी आये साडे वेहड़े,
मैं बलहारी सतगुरु तेरे .......
गुरा दे दर ते मौज बहारा संगता आइए बन क़तारा,
वंड दिंदे ने खुशियां दे खेड़े,गुरु जी आये साडे वेहड़े,
मैं बलहारी सतगुरु तेरे .......
धूलि चरना दी मैं मथे ला लवा,
कॉल बैठ के मैं दुखड़े सुना लवा,
खुशिया पावन गी ओ दिल विच मेरे ,
गुरु जी आये साडे वेहड़े,
मैं बलहारी सतगुरु तेरे .......