तोड़ चले गा जग से नाता सदा सदा के लिए सो जाएगा,
एक दिन ऐसा आयेगा,
धन दौलत और रिश्ते नाते सब पल में छूट जायगा,
एक दिन ऐसा आयेगा,
जिनको तू अपना कहता है ये न तेरे अपने है,
तू राही है जीवन पथ का ये सब सारे सपने है,
टूटे गा जब सपना तेरा सब अपना खो जायेगा,
एक दिन ऐसा आयेगा....
जबसे जग को अपना समजा जब से रब को भूल गया,
जन्मो से तू आता रहा हर वार गरब में झूल गया,
अब भी वक़्त है सुन ले बंदे बाद में तू पशतये गा,
एक दिन ऐसा आयेगा......
बचपन तेरा बीत गया और जाती तेरी जवानी है,
ये जीवन तो कल कल बेहता इतना नदियां का पानी है,
हाथ गुरु का थाम ले वार्ना बीच भवर में दुभ जायेगा,
एक दिन ऐसा आयेगा.....
नहीं जायेगा लख चौरासी जिसने गुरु को पाया है,
बड़भागी है गुरु संग जिसने जीवन सफल बनाया है,
गुरु चरणों से प्रीती करली अंत गुरु में समाये गा,
एक दिन ऐसा आयेगा