एह भगवन तेरे भक्त हम सवारों हमारे कर्म,
हम शरण में रहे चरणों में रहे प्रभु किरपा करो हर दम,
एह भगवन तेरे भक्त हम,
ये तन है जो तूने दिया इक दिन माटी में मिल जाये गा,
जो दुखी हो यहाँ उनकी सेवा करे नहीं भूले कभी फ़र्ज़ हम,
लोह जलते रहे प्यार की बन के दीपक हम जलते रहे,
हम शरण में रहे चरणों में रहे प्रभु किरपा करो हर दम,
एह भगवन तेरे भक्त हम सवारों हमारे कर्म,
ये मन जो पापी बड़ा छल इस में है घर कर रहा,
मन को साफ़ करो इस में करुणा भरो,
दिल में सबके दया भावना,
मशाले जगे प्यार की सब के जीवन में खुशिया रहे,
हम शरण में रहे चरणों में रहे प्रभु किरपा करो हर दम,
एह भगवन तेरे भक्त हम सवारों हमारे कर्म,