गोरा बोली भोले से, कब बरात लाओगे

गोरा बोली भोले से,कब बरात लाओगे,
इन चांदनी सी रातों में,दुल्हन कब बनाओगे॥

इधर मेरे मेहंदी लगे,उधर तुम्हरे भस्मी चढ़ें,
इन चांदनी सी रातों में,भंगिया कब घुटबाओगे,

गोरा बोली भोले से,कब बरात लाओगे।
इन चांदनी सी रातों में,दुल्हन कब बनाओगे॥

अपलोड करता
सुनील बड़ोंनिया
Mo. 7440340861
पता - ग्राम पिपलिया जाहिर पीर

श्रेणी
download bhajan lyrics (1088 downloads)