आँखों में आंसू आते है मन लगता नहीं गुरु जी तुम बिन,
कोई पहुंचा दो सन्देश मेरा,
मन लगदा नहीं गुरु जी अब तुम बिन
न मिलते अगर कोई बात नहीं,
अब मिल ही गये तो दुरी क्यों,
ना दिखती अगर सूरत तेरी,
तो मन वैरागी होता क्यों,
अब इक इक पल मेरे गुरु जी,
लगता है बीत गये कई दिन,
कोई पहुंचा दो सन्देश मेरा,
कई बार जीया कई बार मरा,
अब मर मर के ना जीना मुझे,
सब कहते है तुम सुनते हो मेरी सुनो विनय तो जानू तुम्हे,
मेरी लागि लगन तुम संग गुरु जी,
अब महका दो मेरा हर दिन,
कोई पहुंचा दो सन्देश मेरा
अपना न कोई इस जग में मेरा,
सब स्वार्थ के ही रिश्ते है,
सुखो के साथी सब मेरे,
दुःख आये तो दूर ही दीखते है,
मेरी श्रद्धा के फूलो को गुरु जी,
चरणो मे रखना हर इक दिन,
कोई पहुंचा दो सन्देश मेरा