मिलना हमे तुमसे ये सोच के आए हैं,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,
सुनो घनश्याम मेरे श्याम,
जग के थपेड़ो ने चोट ऐसी मारी,
उजड़ने लगी है बाबा हस्ती हमारी,
हसना हमे बाबा बड़े दुःख पाये है,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,
तेरा नाम लेकर हम तो दर तेरे खड़े है,
हटे गे नहीं हम बाबा जिद पे अड़े है,
गुथी हर उल्जन की सुलझाने आये है,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,
कदम हर कदम पर आहत राहत नहीं है,
तेरी बनाई क्या वो दुनिया यही है,
हर घाव पर मरहम लगाने आये है,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,
नारज पड़ गई जो तेरी हम पे मुरारी,
मुश्किल दीपक दुःख पीड़ा मिट जाये सारी,
गोलू जीवन तुझपे वार जाने आया है,
खाली न लौटाना विश्वाश लाये है,
मेरे श्याम किरपा निधान,