बुला बुला कर हार गया मैं,
क्यों नहीं आवे रे क्यों नहीं आवे रे सांवरा क्यों नहीं आवे रे,
भोला भला टाबरियां से का की नाराजी,
रो रो कर फर्याद करा है बाबा आजा श्याम मिजाजी,
दूजो गुण आकर माहरे धीर बंधावे रे,
क्यों नहीं आवे रे सांवरा क्यों नहीं आवे रे,
काम पड़ियो जब समज में आई दुनिया की चतुराई,
दुनिया की देखा देखि तो कहिया नजर घुमाई,
तू तो क्यों दिलदार बता क्यों आँख चुरावे रे,
क्यों नहीं आवे रे सांवरा क्यों नहीं आवे रे,
मैं तो सुनी आपात काल में कबे न देर लगायो,
दर्द की आवाज सुनी जद भागियो भागियो आयो,
करुणा निधि घनश्याम आज क्यों,
नाम डुबावे रे,
क्यों नहीं आवे रे सांवरा क्यों नहीं आवे रे,
एक आसरो तेरो माहने,
बाबा मत न तू छिटकावे,
जियु जियु देर करे तू दाता मन माहरो गबरावे,
संकट की गाड़ियां में बिनु आप बुलावे रे
क्यों नहीं आवे रे सांवरा क्यों नहीं आवे रे,