बड़ा नेक लगे बाबा का भवन झूम झूम गीत गावे पवन,
ॐ नमः शिवाये के भजे महादेव से ही खुश रहे मन,
सुख घाती सुख रासि के ता देव गोरा रे,
महाकाल अविनाशी की जय जय मनावे,
जब पार लागे खेल सब शरण में आवे,
ये के भजे रोज रोज रघुनन्दन झूम झूम गीत गावे पवन,
भयहारी मदहारी हां भोले त्रिपुरारी,
ओगम आंत बाबा हॉवे गंगा धारी,
अलख निरंजन अमंगल कारी,
देखि ताल से माँ ताल भी न्यन, झूम झूम गीत गावे पवन,