इको जहे ने सारे एथे ख़ास ना कोई आम है,
आजो सारे नाचिये भोले दा लेके नाम है,
रंग बन दाइये नाच भगता दे नाल वई,
भावे होजे मस्त मलंगा वाला हाल वई,
नाम दी खुमारी चढ़ी वे सुबह शाम है,
आजो सारे नाचिये भोले दा लेके नाम है,
पावागे धमाला आज रोका भी लावा गे,
नचा गे नाले पूरी मस्ती मनावा गे,
ख़ुशी दे खजाने मिल जाने तमाम है,
आजो सारे नाचिये भोले दा लेके नाम है,
भोले दियां गलना बाता सुनिया निरलियाँ,
कदे भी श्बिता कदे भस्मा रमा लिया,
मुरली वाला भी पूजे पूज्दे ने राम ने,
आजो सारे नाचिये भोले दा लेके नाम है,