मुझे ऐसा बना दो मेरे प्रभु
मुझे ऐसा बना दो मेरे गुरु, जीवन में लगे ठोकर न कहीं ।
जाने अंजाने भी मुझसे, नुकसान किसी का हो न कहीं ।
१) जो तेरा बनकर रहता है, काँटों में फूल सा खिलता है
जितने भी कांटें पाँव लगे,पर फूल भी हो कांटें न कहीं ।
मुझे ऐसा बना दो...
२) इक तू ही मेरा ऐसा है, दुःख में भी साथ नहीं तजता
दुनिया मुझे प्यार करे न करे, खोऊँ तेरा भी प्यार न कहीं ।
मुझे ऐसा बना दो...
३) मन हो मधुपुर में कलश मेरा, आँखों में ज्योति झलकती रहे
तुझे मधु ऐसा पीने को, जागत ही रहूँ सोऊँ न कभी ।
मुझे ऐसा बना दो...
४) उपकार सदा करता जाऊँ, दुनिया अपकार भले ही करे
बदनामी न हो जग में मेरी, कोई नाम भले ही दे न कहीं ।
मुझे ऐसा बना दो...
५) मैं क्या हूँ राह मेरी क्या है, यह सत्य सदा मैं समझ सकूँ
इस राह पे चलते चलते कहीं, मेरे पाँव थके न कहीं ।
मुझे ऐसा बना दो...