जिस हाल में जिस देश मे जिस वेस में रहो ॥
हरी ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐहरि कहो ॥
जिस हाल में.........
जिस योग में जिस भोग में जिस रोग में रहो ॥
हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो ॥
जिस हाल में..........
जिस ग्राम में जिस नाम में जिस धाम में रहो ॥
हरी ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो ॥
जिस हाल में.........
जिस रंग में जिस ढंग में जिस संग में रहो ॥
हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो ॥
जिस हाल में..........
परिवार में व्यवहार में संसार मे रहो ॥
हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो ॥
जिस हाल में.........
आराम में सम्मान में अपमान में रो ॥
हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो ॥
जिस हाल में.........
जिस ज्ञान में जिस द्ययान में जिस मान में रहो ॥
हरी ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो ॥
जिस हाल में..........
इस लोक में उस लोक में जिस पर लोक में रहो ॥
हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो॥
जिस हाल में..........
जिस सेवा में जिस मेवा में जिस त्याग में रहो॥
हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि हरी ॐ हरी कहो॥
जिस हाल में..........
जिस आह में जिस वाह में जिस भाव में रहो॥
हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो॥
जिस हाल में.........
जिस राह में जिस जात में जिस बात में रहो॥
हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो॥
जिस हाल में.........
जिस मेला में जिस रेला में जिस ठेला में रहो॥
हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐ हरि कहो॥
जिस हाल में............