नाथ से मिला दो भोले नाथ से मिला दो,
भर के गांजा चिलम में मारो दमा दम,
बोल बम बम बोलो बम बम,
अपने भोले की धुन में साधु रहते मस्ती में,
बैठे रहते है सन्यासी काल कपाल की कश्ती में,
आसमान को घर है मानो भोले बम बम ,
बोल बम बम बोलो बम बम,
रचा वसा है कण कण में वो ध्यान लगाए कब से,
जब से बना नहीं संसारा बैठा है वो तब से,
बीता जाये हर पल अपना समय बचा है कम,
बोल बम बम बोलो बम बम,
बड़ा सरल है भोले बाबा रहा कठिन है चलने में,
जब से मिला है जीवन अपना बिता रहे है बढ़ने में,
तू सोया है सब जग जागा लगा दे सारे गम,
बोल बम बम बोलो बम बम,