बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा,
दुनिया की हर एक शय पे शिव शम्भु का राज है,
सूखे फूलो को खिलाता भोला भंडारी मेरा,
बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा,
कालो का भी काल जिसको पूजता संसार है,
रोतो को पल में हसाता भोला भंडारी मेरा,
बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा,
कर में डमरू माथे पे चंदा जटा से बहती है गंगा,
नंदी पे आसान जमाता भोला भंडारी मेरा,
बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा,
सब को देता महल खजाना डमरू वाला प्यार से ,
रवि को भी वो ही चमकाता भोला भंडारी मेरा,
बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा,