माँ तेरी किरपा से चमत्कार हो रहा है,
घर बैठे तेरा दीदार हो रहा है,
जागरण मेरे घर पहली बार हो रहा है,
घर बैठे तेरा दीदार हो रहा है,
छम छमा आज बरसी मुझपे माँ किरपा तेरी,
मुझको माँ मंदिर तेरा लगने लगा कुटियाँ मेरी,
आज पाई है वो दौलत मैंने तेरे प्यार की,
जिसके आगे माँ झूठी है खुशिया सब संसार की,
खुश मेरा सारा परिवार हो रहा है,
घर बैठे तेरा दीदार हो रहा है,
ये मेरी औकात ना थी घर भुलाऊ मैं तुझे,
दिल में दिल की थी तमना सच बताऊ मैं तुम्हे,
ये कर्म तेरा हुआ है नाम मेरा हो गया,
कर दिया चुप चाप तूने नाम मेरा हो गया,
उमीदो का बेडा मैया पार हो रहा है,
घर बैठे तेरा दीदार हो रहा है,