नाम ना मुख से छूटे बजरंगी तुम्हारा,
हम है तेरे पुजारी हनुमत तू ही इष्ट हमारा,
नाम ना मुख से छूटे बजरंगी तुम्हारा,
तेरे चरण के धूलि मस्तक सदा लगाए,
तेरे सुमिरन में सदा हम सच्चा सुख पाये,
तेरी याद में हम खोये है सारा जगत विसारा,
नाम ना मुख से छूटे बजरंगी तुम्हारा,
अंजनी माँ के लाला शंकर के अवतारी,
तेरी महिमा देख झुकती दुनिया सारी,
तेरी पला का जब लहराए झूम उठे जग सारा,
नाम ना मुख से छूटे बजरंगी तुम्हारा,
तेरी याद में रहते निशदिन खोये खोये,
तेरी किरपा हो जाए कभी भी दुःख न होये,
तेरे बिन दुनिया में केवल कोई नहीं हमारा,
नाम ना मुख से छूटे बजरंगी तुम्हारा,
तेरी भक्ति जो करे मित जाते अंधियारे,
हम पे किरपा कीजिये थामे चरण तुम्हारे,
मन मंदिर में तुम्ही विराजे केवल तुम्हे पुकारा,
नाम ना मुख से छूटे बजरंगी तुम्हारा,