मेरी कोठी तो बनवा दो के सालासर धाम बालाजी,
सालासर धाम बालाजी, मेहंदीपुर धाम बालाजी,
मुझे अपना पड़ोसी बना लो के अंजनी के लाल बालाजी....
राम नाम की ईंट लगवा दो,
कोठी का रंग सिंदूरी करा दो,
ऊपर लाल ध्वजा लहरा दो अंजनी के लाल बालाजी,
मेरी कोठी तो बनवा दो के सालासर धाम बालाजी.....
कोठी का गेट खुले तेरे दरबार में,
दर्शन पाऊं बाबा सुबह और शाम में,
मेरी ऐसी मौज करा दो अंजनी के लाल बालाजी,
मेरी कोठी तो बनवा दो के सालासर धाम बालाजी......
गर्मी ना लागे ऐसी कमरा बनवा दो,
खाने को फल ऐसे बाग लगवा दो,
मेरे ऐसे ठाट करा दो अंजनी के लाल बालाजी,
मेरी कोठी तो बनवा दो के सालासर धाम बालाजी....
पीने को दूध होवे खाने को खीर जी,
देसी गाय का घी सब्जी पनीर की,
घर पर दो चार गाय बंधवा दो के अंजनी के लाल बालाजी,
मेरी कोठी तो बनवा दो के सालासर धाम बालाजी....
तेरे हुक्म का हरदम दावेदार जी,
दुनिया में गाऊ बाबा तेरी जय जयकार जी,
हम भक्तों को शरण लगा लो के अंजनी के लाल बालाजी,
मेरी कोठी तो बनवा दो के सालासर धाम बालाजी....