मेरे बाला जी कुछ तो बोल बैठाया क्यों चुप चाप बाबा रे,
मेरी किस्मत के पनो को खोल बैठाया क्यों चुप चाप बाबा रे
तेरे चरणों में अर्जी लगाउ रो रो अपना हाल सुनाऊ,
मेरा जीवन बना है मखौल बैठाया क्यों चुप चाप बाबा रे
दर दर की मने ठोकर खाई,कही मिली न गम की दवाई,
महकदे खुशियों का मोल,बैठाया क्यों चुप चाप बाबा रे
बने जा रे बाबा मेरा सहारा,नाम जपु गा सदा तुम्हरा,
भाव मेरे चाहे ले तोल,बैठाया क्यों चुप चाप बाबा रे
भगत सतेंदर जपता माला,मेहर करो के अंजनी लाला,
घर मेरे तू बजवादे ढोल,बैठाया क्यों चुप चाप बाबा रे