हनुमान के सेवक हम है ऐसे ही मतवाले,
पीते राम नाम के प्याले अपने है अंदाज निराले,
कलयुग में ये सिद्ध सेव है ध्यान जरा सब कर लेना,
राम से बड़ा है राम नाम का नित उसका सुमिरन करना,
रंग में हनुमत के रंग जाओ हो जाओ मतवाले,
पीते राम नाम के प्याले....
नित चरणों का ध्यान धरे जो भव से पार उतारा है,
राम नाम का मंत्र जो जपता हनुमत का वो प्यारा है,
राम नाम का मंत्र जपे जो पल में राम को पा ले,
पीते राम नाम के प्याले.........
हनुमान सा भक्त न दूजा हिरदये में राम समाये है,
हिर्दय चीर के हनुमान ने दर्शन भी करवाये है,
राम नाम की भुटटी ऐसी आंसू इसको खा ले,
पीते राम नाम के प्याले...........