तेरे ही नाम की चर्चा जग में और जैकारे गली गली,
बलि बलि बजरंग बलि,
सीना चीर के भरी सबा में राम सिया दिखलाया तुमने,
अहिरावण के कपट जाल से प्रभु को मुक्त कराया तुम्हने,
जा बजरंगी गधा है चलती वह किसी की कभी न टली,
बलि बलि बजरंग बलि,
सुरसा ऐसे फाड़े मुख को सागर लांग ना पाते हो,
सुष्म रूप धरे सुरसा के मुख से बाहर आ जाते हो,
सिया के गॉड में निकले हनुमत काम बनाये बलि बलि,
बलि बलि बजरंग बलि,