याद तेरी बहुत सतायी,
श्याम आंखे मेरी भर आयी
यु तो कहते हो तुम मेरे नजदीक हो,
मैं तेरा मीत हु तुम मेरे मीत हो,
मैंने समजी तेरी चतुराई,
श्याम आंखे मेरी भर आयी
जब जरुरत हुई तो खबर न मिली ,
दिन कितने ढले रात कितने ढली ,
सूद तुम्हने हमारी भुलाई,
श्याम आंखे मेरी भर आयी